Alone shayari in 2 line | अकेलेपन की शायरियां इन 2 लाइन
अकेलापन… एक ऐसा एहसास जो कभी सुकून देता है तो कभी दर्द। जब इंसान दुनिया की भीड़ में भी खुद को तन्हा महसूस करता है, तो दिल की बातों को लफ़्ज़ों में बयाँ करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।
अकेलेपन में शायरी न केवल हमारे जज़्बात को खूबसूरती से पेश करती है, बल्कि दिल के दर्द को एक राहत भी देती है।
Alone shayari in 2 line | अकेलेपन की शायरियां इन 2 लाइन
कौन समझ पाया है आज तक हमें,
हम अपने हादसों की इकलौते गवाह है..!!
लोग साल को बदलते देख रहे है,
हमने साल भार लोगो को बदलते देखा है…!
उदासी पकड़ ही नहीं पाते लोग,
इतना संभाल के मुस्कुराते हैं हम….!!
हादसे कुछ जिंदगी में ऐसे हो गये है,
हम समुंदर से ज्यादा गहरे हो गए है!
मुझे तेरे लिए रोते हुए,
बस मेरे खुदा ने देखा है।
इंतज़ार हमेशा रहेगा,
मगर आवाज़ नहीं देंगे।
पंसदीदा लोग
तकलीफ बहुत देते है
हम जैसे लोग रूठ भी जाए तो
कोई मनाने नहीं आता..!!
माना की वक्त सता रहा है,
मगर बहुत कुछ सीखा रहा है…
पता नहीं क्या बदला है,
बस अब पहले जैसा कुछ नहीं है।
मेरी जगह तुम होते,
यकीं करो थक गए होते.
बिना आवाज के रोना,
रोने से ज्यादा दर्द देता है…
बहुत जरूरी नही हूं मैं मगर,
मेरे बगैर कुछ कमी जरूर रहेगी…
जो खुद पहले जैसे नहीं रहे,
उन्हे हम बदले हुए नजर आते हैं…
जिसके पास दूसरा Option हो,
वो आपका कभी नहीं हो सकता…
भरोसा करना
सबसे बड़ी बेवकूफ़ी है…
एक सफ़र है वो,
जिसमें पांव नहीं दिल दुखता है!!
मेरे दिल का हाल हर एक को समझाना
मेरे बस की बात नहीं…
बस कोशिश इतनी है कि
कोई मेरे वजह से परेशान ना हो…..