गैस्ट्रोएंटेराइटिस क्या है : इसके लक्षण के बारे में कैसे पता करे
गैस्ट्रोएंटेराइटिस जिसे आम भाषा में पेट फ्लू भी कहा जाता है जो समस्या अक्सर दूषित भोजन, गंदे पानी, या वायरस और बैक्टीरिया के कारण होती है।
प्रमुख कारण:
- वायरस: रोटावायरस, नोरोवायरस जैसे वायरस इसका मुख्य कारण हैं।
- बैक्टीरिया: साल्मोनेला, ई. कोलाई जैसे बैक्टीरिया गंदे या खराब भोजन से फैलते हैं।
- गंदा पानी: दूषित पानी पीने से संक्रमण हो सकता है।
- गंदे हाथ: बिना हाथ धोए खाना खाने से यह फैल सकता है।
1. दस्त (Diarrhea)
दस्त गैस्ट्रोएंटेराइटिस का सबसे सामान्य और मुख्य लक्षण है क्योंकि यह स्थिति तब होती है जब पाचन तंत्र संक्रमण के कारण सही तरीके से काम नहीं करता। भोजन का सही पाचन न होने के कारण शरीर पानी और पोषक तत्वों का अवशोषण नहीं कर पाता, जिससे मल पतला और बार-बार होने लगता है।
प्रमुख कारण:
दस्त मुख्य रूप से वायरल, बैक्टीरियल या परजीवी संक्रमण के कारण होता है जो यह गंदे पानी या भोजन को खाने से फैल सकता है। संक्रमण की इस स्थिति में आंतों की दीवार में सूजन आ जाती है, जिससे मल में पानी की मात्रा अधिक हो जाती है।
खतरे:
यदि दस्त लंबे समय तक रहता है, तो शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की भारी कमी हो सकती है, जिसे डिहाइड्रेशन कहा जाता है। इससे कमजोरी, चक्कर आना, और कभी-कभी अंग विफलता (अंगो का काम न करना) जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
क्या करें:
- हाइड्रेटेड रहें: ORS, नारियल पानी और नींबू पानी को लगातार पीते रहना चाहिए।
- हल्का और पचने वाला खाना जैसे खिचड़ी, उबले आलू, और केला खाएं।
- यदि दस्त में खून आता है या स्थिति बिगड़ती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
2. उल्टी और मितली (Nausea and Vomiting)
उल्टी और मितली गैस्ट्रोएंटेराइटिस के सामान्य लक्षणों में से हैं। यह स्थिति शरीर की प्रतिक्रिया है, जिससे पेट में मौजूद हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने की कोशिश की जाती है।
क्या होता है?
गैस्ट्रोएंटेराइटिस के दौरान पेट में सूजन होती है जिसके कारण पाचन प्रणाली असामान्य रूप से काम करने लगती है, और पेट भोजन या पानी को सही तरीके से पचाने काम सही से नहीं पाता है। इस स्थिति में व्यक्ति को मितली महसूस होती है, और उल्टी हो सकती है।
खतरे:
लगातार उल्टी से शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो सकती है जो स्थिति भी डिहाइड्रेशन का कारण बन सकती है। इसके अलावा, लंबे समय तक उल्टी होने से व्यक्ति कमजोर और चिड़चिड़ा महसूस कर सकता है।
क्या करें:
- अदरक की चाय, सौंफ का पानी, या पुदीने का अर्क मितली को शांत करने में मदद करता है।
- ठंडा पानी छोटे-छोटे घूंट में पिएं।
- उल्टी बार-बार हो रही हो तो डॉक्टर की सलाह से एंटी-इमेटिक दवाएं लें।
3. पेट दर्द और ऐंठन (Abdominal Pain and Cramps)
पेट दर्द और ऐंठन गैस्ट्रोएंटेराइटिस का ही एक लक्षण है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब आंतों की दीवारों की मांसपेशियां संक्रमण के कारण सिकुड़ती हैं।
कैसे होता है?
गैस्ट्रोएंटेराइटिस के दौरान पाचन तंत्र की परत में सूजन होती है, जिसके कारण हमें अपना भोजन को पचाने में दिक्कत होती है। इस स्थिति में आंतों की मांसपेशियां संक्रमण से प्रभावित हो जाती हैं और बार-बार सिकुड़ने लगती हैं, जिसके कारण ऐंठन बन जाती है जिसका दर्द सामान्यतः पेट के निचले हिस्से में महसूस होता है।
खतरे:
पेट दर्द अगर लंबे समय तक बना रहता है तो यह पाचन से जुड़ी किसी बड़ी समस्या का संकेत हो सकता है इसके साथ ही, यह सामान्य गतिविधियों में बाधा उत्पन्न करता है।
क्या करें:
- पेट दर्द को कम करने के लिए गुनगुने पानी की बोतल से सिकाई करें।
- अदरक और पुदीने को लेना आंतों को आराम देता है।
- भारी खाना खाने से बचें और जल्दी पचने वाला भोजन खाएं।
4. बुखार (Fever)
बुखार गैस्ट्रोएंटेराइटिस का संकेत है कि शरीर संक्रमण से लड़ने का प्रयास कर रहा है। यह शरीर की एक सामान्य प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया है।
कैसे होता है?
जब पेट या आंतों में संक्रमण होता है, तो शरीर अपनी इम्यून सिस्टम को एक्टिव करता है। इम्यून सिस्टम एक्टिव होकर संक्रमण के कारण होने वाले बैक्टीरिया या वायरस को खत्म करने के लिए तापमान बढ़ा देता है जिससे बुखार आमतौर पर हल्का से मध्यम (101°F-103°F) होता है।
खतरे:
अगर बुखार लंबे समय तक बना रहे या अधिक (103°F से ऊपर) हो जाए, तो यह गंभीर संक्रमण का संकेत हो सकता है । बुखार के साथ शरीर में दर्द, कमजोरी, और ठंड लगना आम है।
क्या करें:
- तरल पदार्थों का सेवन करें।
- गीले कपड़े से शरीर को पोंछें।
- डॉक्टर की सलाह पर बुखार कम करने की दवा लें।
5. थकावट और कमजोरी (Fatigue and Weakness)
थकावट और कमजोरी गैस्ट्रोएंटेराइटिस के सबसे परेशान करने वाले लक्षण हैं जो स्थिति शरीर में पानी और पोषक तत्वों की कमी के कारण उत्पन्न होती है।
कैसे होता है?
गैस्ट्रोएंटेराइटिस के दौरान बार-बार दस्त और उल्टी के कारण शरीर जरूरी पोषक तत्व कम हो जाते है और शरीर की ऊर्जा बिलकुल कम हो जाती है, और व्यक्ति हर समय थका हुआ महसूस करता है।
खतरे:
लंबे समय तक कमजोरी से अन्य संक्रमणों का खतरा बढ़ सकता है जिसके साथ ही, यह दैनिक जीवन की गतिविधियों को कम कर देता है।
क्या करें:
- ऊर्जा पुनः को बढ़ाने के लिए ग्लूकोज या एनर्जी ड्रिंक पिएं।
- आराम करें और शरीर को ठीक होने का समय दें।
- सुपाच्य और पौष्टिक भोजन करें।