किसी ने कहा तुम बहुत अच्छे हो,  मैंने कहा यही तो खराबी है! 

आज आईना भी बोल पड़ा,  खुश रहने का दिखावा करना छोड़ दो…

सब्र करो, अगर तुम्हारा है तो किसी और का नही होगा !!

क्यों ना थोड़ा सा जी लूं,  मैनें मर भी तो जाना है!!

एक तुमसे बातें क्या बंद हुई  हम तो खामोश ही रहने लग गये |

कहने को तो बहुत सी बातें है पर चुप रहने में ही सुकून है |

जिम्मेदारियां आपको वो बनाती है,  जो आप कभी बनना नही चाहते..

जब कह नही पाओ तो रो लिया करो  रब सब जानता हैं..!

ठीक कुछ नहीं होता,  बस आदत सी हो जाती है....