हाथ थामा जो है तो भरोसा भी रखना ए दोस्त.... डूब जाएंगे तेरी खातिर मगर तुझे डूबने नहीं देंगे..!!

गुनहगार मैं ही निकलूँगा,  जब क़िस्से, वो सुनाएगा।

मैंने सबको अपनाकर देखा है सब ने सिर्फ अपना देखा है!

ना रात कटती है ना ज़िन्दगी,  एक शख्स वक्त को बहुत धीमा कर गया !!

वो मन बना चुके थे दूर जाने का  हमें लगा हमें मनाना नहीं आता…

हजारों" बद्दुआ लग जाये,  पर किसी की 'आदत' ना लगे ।

बोट दोगे क्या साहब  मोहब्बत के खिलाफ खड़ा हूँ ..!!

कहाँ से लाऊं वो नसीब  जो तुझे मेरा कर दे......!