हाथ थामा जो है तो भरोसा भी रखना ए दोस्त.... डूब जाएंगे तेरी खातिर मगर तुझे डूबने नहीं देंगे..!!

दोस्त वो होता है... जिसके साथ बातें खुल कर की जा सके ना की संभल कर…

यह दोस्ती का गणित है साहब !  यहां दो में से एक गया तो कुछ नहीं बचता.

हर कोई मेरा दोस्त नहीं,  और मेरे दोस्त जैसा कोई नहीं ।

न मिले किसी का साथ तो हमें याद करना,  तन्हाई महसूस हो तो हमें याद करना...., 

हाथ थामा जो है तो भरोसा भी रखना ए दोस्त.... डूब जाएंगे तेरी खातिर मगर तुझे डूबने नहीं देंगे..!!

खुशियाँ बाटने के लियें दोस्त हजारो रखना,  जब ग़म बांटना हो तो हमें याद करना .....”

बेरंग जिंदगी में रंग भर जाते है,  जब कुछ फरिश्तें दोस्त बन कर आते है !!