नहीं होते हो, तब भी होते हो तुम..  हर वक्त जाने क्यों, मेहसूस होते हो तुम..

था तुमने भी मुझे हँसाया बहुत,  आज इसी बात ने रुलाया बहुत.

मित्रता हो या प्रेम,  तीसरा आता है तो फर्क पडता है..

किसी की खुशी के लिए,  उससे दूर रहना भी प्रेम हैं..

कुछ यादें अपने हिस्से के आँसू  मांगने बार-बार आती है..

हुआ कुछ नहीं बस..  वो चुप हैं मैं उदास हूँ..

अजीब लोग हैं..  खुशिया छीन कर कहते है खुश रहो..

एक शख्स से बातें क्या बंद हुई.. हम खामोश ही रहने लगे..

काश आज वो खुद Msg करे और बोले,  मेरा भी दिल नहीं लग रहा तेरे बिना…